Mukhymantri Mahila Yojana 2025:मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना 2025 के तहत बिहार सरकार ने 21 लाख महिलाओं के बैंक खातों में ₹10,000 की तीसरी किस्त डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से भेजी है। यह योजना महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई है, जिसमें उन्हें स्वरोजगार और छोटे व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रारंभिक सहायता प्रदान की जाती है। इस योजना के अंतर्गत अब तक कुल 1.21 करोड़ महिलाओं के खातों में ₹10,000 की राशि ट्रांसफर की जा चुकी है। योजना में जरूरत और सफलता के आधार पर ₹2 लाख तक की अतिरिक्त मदद भी दी जाएगी। इस पहल को बिहार की सरकार ने विधानसभा चुनाव 2025 से ठीक पहले बड़ी महिला सशक्तिकरण योजना के रूप में लागू किया है, जिससे महिलाओं को रोजगार के ज्यादा अवसर मिलें और आर्थिक स्थिति मजबूत हो
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना की खास बातें
- बिहार की स्थायी निवासी 18 से 60 वर्ष की महिलाएं योजना के पात्र हैं जो स्वयं सहायता समूह (SHG) से जुड़ी हों।
- योजना के तहत प्रत्येक परिवार की एक महिला को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
- ₹10,000 की यह सहायता राशि एकबारगी प्रारंभिक अनुदान के रूप में दी जाती है।
- सफलता पर ₹2 लाख तक की आर्थिक सहायता दी जा सकती है।
- इस योजना के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार ने करीब 20,000 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है
Labour Card Apply Online: नहीं बनवाया तो आज ही बनवा लो लेबर कार्ड क्योकि सरकार दे रही है 3000 रूपये
योजना का लक्षित प्रभाव
- महिलाओं के बैंक खातों में सीधे राशि ट्रांसफर कर आर्थिक सहायता प्रदान कर उन्हें व्यवसाय शुरू करने में मदद।
- स्वरोजगार के जरिए परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने एवं सामाजिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देना।
- अभी तक 1.21 करोड़ महिलाओं को लाभ मिल चुका है, लेकिन आवेदनकर्ता संख्या 1.4 करोड़ के करीब है
- योजना के जरिए महिला मतदाताओं में सरकार की पहुंच मजबूत होती है और उन्हें सहयोग मिलता है
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस योजना के तहत न केवल पैसे ट्रांसफर किए बल्कि ऊर्जा विभाग की भी कई परियोजनाओं का उद्घाटन कर व्यापक विकास की दिशा में कदम बढ़ाए हैं। यह योजना बिहार की महिलाओं के लिए एक बड़ी सौगात और आत्मनिर्भरता की राह बताने वाली पहल है